नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे ऑफिसर क्लब में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर लाल कला मंच और युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच के संयुक्त तत्वाधान मे आयोजित काव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना था। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत लाल बिहारी लाल एव लाल कला मंच के अध्यक्ष सोनू गुप्ता तथा युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच के अध्यक्ष राम किशोर उपाध्याय ने अतिथियों को माल्यार्पण एव गुलदस्ता भेट कर किया।
इस गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ गजलकार जनाब नंदा नूर ने किय़ा मुक्य अतिथि के रुप में हमारा मैट्रो के संपादक राजकुमार अग्रवाल मौयूद थे। इस कार्यक्रम का संयोजन दिल्ली रत्न लाल बिहारी लाल का था तथा मंच का संचालन श्वेताभ पाठक ने किया। इस अवसर पर सभी कवियो एवं वक्ताओं ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शपथ लिया की तन,मन कर्म एवं वचन से पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करुगा। इस अवसर पर लालकला मंच की ओर से विचित्र तरीके से प्रर्यावरण प्रहरी-2016 का चयन किया गया । फलस्वकरुप यह सम्मान कवि ओम प्रकाश शुक्ल को अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया।
काब्य गोष्ठी की शुरुआत वरिष्ठ साहित्यकार मीरा शलभ के सरस्वती वंदना से शुरु हुई। जिसमें दिल्ली एवं एन.सी.आर के लगभग 37 कवियों ने अपनी-अपनी कविताओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं वीर रस के कवियों ने देश के भ्रष्ट नेताओं पर व्यंग कसते हुए देशभक्त के अमर सपूतों को भी नमन किया। उपस्थित कवियों में बिहारी लाल ने कहा- "प्रदूषण का नंगा दानव नाच रहा है दुनिया में। इस दानव को रोको वरना आग लगेगी दुनिया में।।" इसके अलावा श्वेताभ पाठक, ओम प्रकाश, बी पी सिंह, निधि शर्मा, डा.कृष्णानंद तिवारी, अकेला इलाहाबादी, ए.एस. खान अली, वसुधा कनुप्रिया, अमृता रानी, शिव प्रभाकर ओझा, महेंद्र लाल, प्रीतम, दक्ष, श्यामा अरोड़ा, मीरा सलभ, डॉ सीमा गुप्ता, दीपक गोस्वामी, सौलभ भंडारी, राम किशोर उपाध्याय, नंद्रा नूर, नानकचंद,जे.पी. गौतम, संजय साह, नरायण गौरव डा. के.के. तिवारी आदि ने अपनी सुमधुर कविताओं से समा बांध दिया जिससे पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान था। इस कार्यक्रम के सह आयोजक होलिस्टिक अवार्नेस मिशन के अध्यक्ष डा.के.के. तिवारी ने सभी आगन्तुको का हार्दिक धन्यवाद दिया।
काब्य गोष्ठी की शुरुआत वरिष्ठ साहित्यकार मीरा शलभ के सरस्वती वंदना से शुरु हुई। जिसमें दिल्ली एवं एन.सी.आर के लगभग 37 कवियों ने अपनी-अपनी कविताओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं वीर रस के कवियों ने देश के भ्रष्ट नेताओं पर व्यंग कसते हुए देशभक्त के अमर सपूतों को भी नमन किया। उपस्थित कवियों में बिहारी लाल ने कहा- "प्रदूषण का नंगा दानव नाच रहा है दुनिया में। इस दानव को रोको वरना आग लगेगी दुनिया में।।" इसके अलावा श्वेताभ पाठक, ओम प्रकाश, बी पी सिंह, निधि शर्मा, डा.कृष्णानंद तिवारी, अकेला इलाहाबादी, ए.एस. खान अली, वसुधा कनुप्रिया, अमृता रानी, शिव प्रभाकर ओझा, महेंद्र लाल, प्रीतम, दक्ष, श्यामा अरोड़ा, मीरा सलभ, डॉ सीमा गुप्ता, दीपक गोस्वामी, सौलभ भंडारी, राम किशोर उपाध्याय, नंद्रा नूर, नानकचंद,जे.पी. गौतम, संजय साह, नरायण गौरव डा. के.के. तिवारी आदि ने अपनी सुमधुर कविताओं से समा बांध दिया जिससे पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान था। इस कार्यक्रम के सह आयोजक होलिस्टिक अवार्नेस मिशन के अध्यक्ष डा.के.के. तिवारी ने सभी आगन्तुको का हार्दिक धन्यवाद दिया।
प्रदूषण का नंगा दानव नाच रहा है दुनिया में : लाल बिहारी लाल
Reviewed by rainbownewsexpress
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12:53:00 pm
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