औरत की आज़ादी : कितनी हुई पूरी, कितनी रही अधूरी पर परिचर्चा संगोष्ठी

शहीदों की स्मृति में काव्य संध्या का आयोजन

नई दिल्ली (नागलोई)। यहाँ स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर नागलोई स्थित सुरभि संगोष्ठी सभागार में नव प्रभात जन सेवा संस्थान, सुरभि संगोष्ठी हम सब साथ साथ एवं के.बी.एस. प्रकाशन के संयुक्त तत्वावधान में ‘औरत की आज़ादीः कितनी हुई पूरी, कितनी रही अधूरी’ विषयक परिचर्चा संगोष्ठी एवं मुख्यतः शहीदों की स्मृति एवं विभिन्न सामाजिक मुद्दों तथा ज्वलन्त विषयों पर केंद्रित अत्यन्त सारगर्भित और रोचक काव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। पहले सत्र में विभिन्न प्रतिभागियों ने औरत की आजा़दी विषयक परिचर्चा में अपने एक से बढ़कर एक विचारों की प्रस्तुति से श्रोताओं का न केवल झकझोर कर रख दिया अपितु उन्हें इस विषय पर खुली चर्चा का न्योता भी दिया। इसी तरह से काव्य संगोष्ठी में भी कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनायें प्रस्तुत कर छोटी सी काव्य संगोष्ठी को इतना बड़ा बना दिया कि पांच घंटे से भी अधिक समय तक न केवल श्रोतागण अपितु माननीय अतिथिगण भी अपने अपने आसन पर चिपके बैठे रहे।
प्रथम सत्र के माननीय अतिथियों में सर्वश्री स. सुरजीत सिह जोबन, के. चौधरी, प्रो. (डा.) रवि शर्मा, डा. हरीश अरोड़ा ने भी उपर्युक्त विषय पर अपने सारगर्भित उदगार प्रकट किये वहीं अगले कविता सत्र के अतिथियों में शामिल सर्वश्री अशोक वर्मा, सुधाकर पाठक, कुसुम शर्मा एवं अतुल प्रभाकर ने भी इस अवसर पर अपनी रचनाओं के साथ ही आयोजन पर के महत्व पर अपने विचार प्रकट किये।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में आयोजक संस्थाओं के पदाधिकारियों और अन्य प्रतिष्ठितजनों सर्वश्री राज कुमार दुबे, डॉ पूरन सिंह, सुमन द्विवेदी, राजीव तनेजा, संजय शाफ़ी, भावना शर्मा, शशि श्रीवास्तव, संतोष राय, फीरोज़ खान एवं सुरेन्द्र कुमार गोथरवाल आदि ने अतिथियों को पुष्प् गुच्छ भेंटकर एवं पटका ओढ़ाकर स्वागत किया। और इसी के साथ हम सब साथ साथ की संपादक श्रीमती शशि श्रीवास्तव एवं के.बी.एस. प्रकाशन से श्रीमती भावना शर्मा ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया और बीकानेर में विगत मार्च माह में आयोजित चौथे सोशल मीडिया विश्व मैत्री सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन माननीय अतिथियों द्वारा किया गया। 

नव प्रभात जन सेवा संस्थान के सचिव श्री राज कुमार दुबे ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात " इंसान का इंसान से हो भाईचारा यही पैगाम हमारा" भाईचारे गीत से कार्यक्रम का आगाज़ हुआ। प्रथम सत्र के माननीय निर्णायकगण सर्वश्री डॉ. पूरन सिंह, श्रीमती कुसुम शर्मा, श्री शैल भदावरी और श्री संतोष राय रहे। प्रथम सत्र की समाप्ति पर नव प्रभात जन सेवा संस्थान की ही अध्यक्ष श्रीमती सुमन द्विवेदी ने प्रथम सत्र के सभी प्रतिभागियों और अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उपर्युक्त विषय पर अपनी बातें भी रखीं।
प्रथम सत्र में शामिल प्रतिभागियों को उनके प्रदर्शन के अनुसार स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्रों के साथ प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय सहित विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल रहे क्रमशः सर्वश्री सरिता गुप्ता, विपनेश माथुर, राजन सिंह, कमलेश कौशिक, चंन्द्रकांता शिवांगी, जावेद असलम, संदीप तोमर, अल्पना नागर, सुरभि सप्रू, सोमा बिस्वास एवं इब्राहिम अल्वी इसी प्रकार से कविता सत्र के प्रतिभागियों को भी उनके उत्कृष्ट एवं श्रेष्ठ काव्य के लिये सम्मानित किया गया। 
कविता सत्र में जिन कवियों ने अपनी रचनाओं से आयोजन को गरिमा प्रदान की उनमें; सर्वश्री शैल भदावरी, अखिलेश द्विवेदी, काजल चौबे, साधना शर्मा, लुत्फर रहमान, ईश्वर सिंह, विनोद पाराशर, इसाक अली, इरफान राही, राजीव तनेजा, संजय शाफी, राकेश राणा एवं शशि श्रीवास्तव के नाम विशेष उल्लेखनीय हैं। इस अवसर पर प्रिंट और इलेक्ट्रिक मीडिया की भी अनेक जानी मानी हस्तियाँ उपस्थित रहीं। समस्त कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन श्री किशोर श्रीवास्तव ने किया।
-किशोर श्रीवास्तव
(केंद्र सरकार अधिकारी/संपादक/कवि/गायक/कार्टूनिस्ट/कलाकर्मी)
फ्लैट सं. 321, सै. 4, आर. के. पुरम, नई दिल्ली-110022
मो. 9868709348, 8447673015, 9599600313
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