विभिन्न यूनविर्सिटीज के पासआउट छात्रों की ओर से किया गया आयोजन
पिछड़े इलाकों के छात्रों को उनके मुक़ाम तक पहुंचाने में फाउंडेशन कर रहा है मदद
जामिया, डीयू, अंबेडकर यूनिवर्सिटी आदि में दाखिला लेने के संबंध में होने वाली समस्याओं का बताया समाधान
हम एक हैं कि तर्ज पर रखा ग्रुप का नाम- वी आर वन फाउंडेशन
लोनी (गाजियाबाद)। पिछड़े इलाकों के टैलेंट को उसके मुक़ाम तक पहुंचने में मदद करने के लिए डीयू, जामिया, जेएनयू, एएमयू और सीसीएस जैसी यूनिवर्सिटीज से पास आउट छात्रों के ग्रुप ने मिलकर बीड़ा उठाया है। छात्रों ने अपने ग्रुप को हम एक हैं कि तर्ज पर “वी आर वन फाउंडेशन” नाम दिया है। फाउंडेशन के तहत छात्र पिछले कुछ साल से पिछड़े इलाकों में जाकर वहां के दसवीं-बारहवीं पास बच्चों को करियर के प्रति जागरुक कर रहे है वहीं बच्चों के भविष्य को लेकर दुविधा में पड़े पैरेंटस की राह आसान करने साथ ही हर कदम उनके साथ हैं।
इसी कड़ी में रविवार को वी आर वन फाउंडेशन ने इंदिरा महिला विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान के साथ मिलकर करियर काउंसलिंग वर्कशॉप का आयोजन किया। जिसमें इलाके के दसवीं-बारहवीं पास छात्रों के साथ ही उनके पैरेंटस ने बढ़-चढकर हिस्सा लिया। वर्कशॉप में सबसे ज्यादा सवाल बारहवीं के बाद करियर चुनने को लेकर पूछे गये। विभिन्न कार्यक्षेत्रों के करियर एक्सपर्टस ने सभी छात्रों की करियर चुनने संबंधी उलझनों को दूर करने में मदद की। इसके अलावा समाज व पैरेंटस के दबाव में न आकर अपनी इच्छा से कोर्स चुनने की सलाह दी। वहीं फाउंडेशन के लोगों ने बारहवीं पास छात्रों को डीयू, जामिया, सीसीएस आदि विश्वविद्यालयों के कालेजों से अवगत कराया। साथ ही इनकी एडमिशन प्रक्रिया के बारे में विस्तार जानकारी दी। साथ ही अऩ्य सरकारी नौकरी व प्रतियोगी परिक्षाओं के संबंध में मार्गदर्शन किया।वर्कशॉप में छात्रों को खुद आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने को 'स्वंय प्रयास’ मोटिवेशनल एक्टिविटी का भी आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों को बताया कि कैसे वह पैरेंटस की मदद के बिना स्वंय फैसले ले सकते हैं और अपने आप को हमेशा ऊर्जावान बनाकर अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। इंदिरा महिला विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान की सचिव माया ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जब एक महिला पूरे परिवार को संभाल सकती है तो वह हर क्षेत्र में बेहतर कर सकती है।
वी आर वन फाउंडेशन से जुड़े रहीसुद्दीन ‘रिहान’ ने बताया कि फाउंडेशन से जुड़े सभी सदस्यों में कई स्टडी कर रहे हैं तो वहीं कुछ सदस्य अलग-अलग सेक्टर में नौकरी कर रहे हैं। सभी समय निकालकर स्कूली बच्चों को करियर संबंधी टिप्स देते हैं। फाउंडेशन का मानना है कि प्रत्येक छात्र में टैलेंट है। बस उसको सही दिशा देने की ज़रुरत है। पिछड़े इलाकों में छात्र दसवीं-बारहवीं करने के बाद भी करियर को लेकर सही निर्णय नहीं ले पाते हैं। इस कारण पैरेंटस व छात्र दोनों में तनाव की स्थिति बनी रहती है और सही परामर्श न मिलने की वजह से छात्र करियर से भटक जाते हैं। अगर छात्रों को समय पर सही गाइडेंश मिले तो वह अपनी रूचि के अनुसार करियर चुनेंगें और अपने क्षेत्र में मुक़ाम हासिल कर समाज को फायदा देंगें।
छात्रों के लिए आयोजित इस वर्कशॉप में डीयू, जामिया, जेएनयू, एएमयू और सीसीएस आदि विश्ववद्यालों के सीनियर छात्र मौजूद रहे। जिसमें मो. हारिस, मनीष शर्मा, दीपशिखा मित्तल, मनीष कुमार, कपिल कुमार, करिश्मा, रिंकी, लखन कुमार, आकाश कुमार आदि ने मिलकर वर्कशॉप को सफल बनाया।
इसी कड़ी में रविवार को वी आर वन फाउंडेशन ने इंदिरा महिला विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान के साथ मिलकर करियर काउंसलिंग वर्कशॉप का आयोजन किया। जिसमें इलाके के दसवीं-बारहवीं पास छात्रों के साथ ही उनके पैरेंटस ने बढ़-चढकर हिस्सा लिया। वर्कशॉप में सबसे ज्यादा सवाल बारहवीं के बाद करियर चुनने को लेकर पूछे गये। विभिन्न कार्यक्षेत्रों के करियर एक्सपर्टस ने सभी छात्रों की करियर चुनने संबंधी उलझनों को दूर करने में मदद की। इसके अलावा समाज व पैरेंटस के दबाव में न आकर अपनी इच्छा से कोर्स चुनने की सलाह दी। वहीं फाउंडेशन के लोगों ने बारहवीं पास छात्रों को डीयू, जामिया, सीसीएस आदि विश्वविद्यालयों के कालेजों से अवगत कराया। साथ ही इनकी एडमिशन प्रक्रिया के बारे में विस्तार जानकारी दी। साथ ही अऩ्य सरकारी नौकरी व प्रतियोगी परिक्षाओं के संबंध में मार्गदर्शन किया।वर्कशॉप में छात्रों को खुद आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने को 'स्वंय प्रयास’ मोटिवेशनल एक्टिविटी का भी आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों को बताया कि कैसे वह पैरेंटस की मदद के बिना स्वंय फैसले ले सकते हैं और अपने आप को हमेशा ऊर्जावान बनाकर अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। इंदिरा महिला विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान की सचिव माया ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जब एक महिला पूरे परिवार को संभाल सकती है तो वह हर क्षेत्र में बेहतर कर सकती है।
वी आर वन फाउंडेशन से जुड़े रहीसुद्दीन ‘रिहान’ ने बताया कि फाउंडेशन से जुड़े सभी सदस्यों में कई स्टडी कर रहे हैं तो वहीं कुछ सदस्य अलग-अलग सेक्टर में नौकरी कर रहे हैं। सभी समय निकालकर स्कूली बच्चों को करियर संबंधी टिप्स देते हैं। फाउंडेशन का मानना है कि प्रत्येक छात्र में टैलेंट है। बस उसको सही दिशा देने की ज़रुरत है। पिछड़े इलाकों में छात्र दसवीं-बारहवीं करने के बाद भी करियर को लेकर सही निर्णय नहीं ले पाते हैं। इस कारण पैरेंटस व छात्र दोनों में तनाव की स्थिति बनी रहती है और सही परामर्श न मिलने की वजह से छात्र करियर से भटक जाते हैं। अगर छात्रों को समय पर सही गाइडेंश मिले तो वह अपनी रूचि के अनुसार करियर चुनेंगें और अपने क्षेत्र में मुक़ाम हासिल कर समाज को फायदा देंगें।
छात्रों के लिए आयोजित इस वर्कशॉप में डीयू, जामिया, जेएनयू, एएमयू और सीसीएस आदि विश्ववद्यालों के सीनियर छात्र मौजूद रहे। जिसमें मो. हारिस, मनीष शर्मा, दीपशिखा मित्तल, मनीष कुमार, कपिल कुमार, करिश्मा, रिंकी, लखन कुमार, आकाश कुमार आदि ने मिलकर वर्कशॉप को सफल बनाया।
-मनीष शर्मा, 9868651727
करियर काउंसलिंग वर्कशॉप में दसवीं, बारहवीं पास छात्रों को दिखाई करियर की राह
Reviewed by rainbownewsexpress
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5:30:00 pm
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